यह ब्लॉग एक प्रेरणादायी ब्लॉग है जहाँ जीवन की चुनौतियों का उत्तर ज्ञान और अनुभव से खोजा जाता है। इस मंच पर शिक्षा, समाज, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व विकास, यात्रा और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर सरल एवं रोचक ढंग से लेख प्रस्तुत किए जाते हैं। यहाँ पाठकों को न केवल समस्याओं का समाधान मिलता है बल्कि सकारात्मक सोच, आत्मविश्वास और जीवन जीने की नई दिशा भी मिलती है। यह ब्लॉग उन सभी के लिए उपयोगी है जो ज्ञान के माध्यम से अपनी राह आसान बनाना चाहते हैं।
Sunday, 21 June 2020
शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून ..
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Wednesday, 10 June 2020
कोई भी काम जो मानव ,प्रकृति के लिए बेहतर है वह काम छोटा बड़ा नहीं होता...
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Thursday, 4 June 2020
कबीर- जीवन जीने का एक मार्गदर्शक ..
मुख्य केन्द्र
- कबीर धर्मनगर (रायपुर, छत्तीसगढ़)
- कबीर चौरा (वाराणसी, इसकी एक शाखा मगहर में है)
- बिद्दूपुर (जग्गू साहब द्वारा स्थापित)
- धनौती (छपरा, बिहार) - बीजक के लेखक भगवान साहिब द्वारा स्थापित,
- कुदुरमाल (छत्तीसगढ़) -- इसकी स्थापना मुक्तामणि साहिब ने की थी (विक्रम सम्वत 1570-1630)
- कबीर परख संस्थान, प्रीतम नगर इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
(जीविका) राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन
(JEEiKA) Sustainable Community Institutions in Bihar.
(जीविका) राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन
(JEEiKA) Sustainable Community Institutions in Bihar.
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Saturday, 23 May 2020
📚 "झरना सरेन का गौतम शिक्षण संस्थान: जहाँ शिक्षा नहीं, संस्कार बोए जाते हैं" 🌱
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Thursday, 7 May 2020
दो महान व्यक्तित्वों की जयंती: बुद्ध पूर्णिमा..
बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली यह तिथि, बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी दिन गौतम बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण हुआ था। बुद्ध ने अपने जीवन में कई समस्याओं को देखा और लोगों के दुखों को दूर करने का उपाय खोजा। उन्होंने घर-बार छोड़कर ज्ञान की तलाश में निकले और अंततः बोधगया में पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया।
बौद्ध धर्म का प्रसार और इसका महत्व
बुद्ध के उपदेशों ने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित किया और बौद्ध धर्म का जन्म हुआ। बौद्ध धर्म का अष्टांगिक मार्ग, जो जीवन जीने का एक तरीका है, आज भी प्रासंगिक है। यह मार्ग हमें दुखों से मुक्ति और आत्मज्ञान प्राप्त करने का रास्ता दिखाता है।
बोधगया: बौद्ध धर्म का केंद्र
बोधगया, जहां बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था, आज भी बौद्धों के लिए एक पवित्र स्थल है। यहां हर साल लाखों लोग बुद्ध को श्रद्धांजलि देने आते हैं। दुर्भाग्यवश, बोधगया के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बौद्ध धर्म के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है क्योंकि यह वह जगह है जहां से बौद्ध धर्म का उदय हुआ था।
बौद्ध धर्म का आज का महत्व
आज की दुनिया में, जहां हिंसा और अशांति व्याप्त है, वहां बौद्ध धर्म के शांति और करुणा के संदेश और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। बौद्ध धर्म हमें यह सिखाता है कि हम सभी एक हैं और हमें एक-दूसरे के प्रति करुणा और सहानुभूति रखनी चाहिए।
बुद्ध के अनमोल वचन
- हम जो कुछ भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है.
- हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाये.
- अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो.
निष्कर्ष
महात्मा बुद्ध एक ऐसे महान व्यक्ति थे जिन्होंने मानवता को एक नया रास्ता दिखाया। उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं और हमें जीवन जीने का एक नया नजरिया देते हैं। आइए, हम सभी बुद्ध के उपदेशों को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें और एक शांतिपूर्ण और खुशहाल दुनिया का निर्माण करें।
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Monday, 4 May 2020
🕉️ "श्मशान: जहाँ जीवन का अंत नहीं, शुरुआत होती है" 🔥
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| पशुपति नाथ का समसान ,नेपाल |
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Tuesday, 28 April 2020
मुजफ्फरपुर का मन: एक सपने की ओर बढ़ता तालाब..
मुजफ्फरपुर शहर के बीचों-बीच स्थित सिकंदरपुर मन तालाब, न केवल शहर का सबसे बड़ा तालाब है बल्कि एक प्राकृतिक संसाधन भी है जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। यह तालाब सदियों से शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। लेकिन समय के साथ इस तालाब की हालत बिगड़ती गई है। प्रदूषण और उपेक्षा ने इस प्राकृतिक सौंदर्य को धूमिल कर दिया है।
एक सपना देखना
लेकिन क्या होगा अगर हम इस तालाब को फिर से उसके पुराने स्वरूप में ला सकें? क्या होगा अगर हम इसे मुजफ्फरपुर शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना सकें? यह एक ऐसा सपना है जो कई लोगों के मन में है। यह सपना मुजफ्फरपुर को एक स्मार्ट सिटी बनाने के लक्ष्य के अनुरूप भी है।
एक व्यापक योजना
इस तालाब के कायाकल्प के लिए एक व्यापक योजना की आवश्यकता है। इस योजना में निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए:
- जल जीवन हरियाली मिशन: तालाब की सफाई और वृक्षारोपण के लिए इस मिशन का लाभ उठाया जा सकता है।
- सौंदर्यीकरण: तालाब के चारों ओर पैदल पथ का निर्माण, रेस्टोरेंट खोलना और रोशनी की व्यवस्था करना तालाब को और आकर्षक बना सकता है।
- पीपीपी मॉडल: इस मॉडल के तहत निजी क्षेत्र को तालाब के विकास में शामिल किया जा सकता है।
- पर्यटन स्थल: तालाब में नौकायान और तैराकी की सुविधाएं उपलब्ध कराकर इसे एक पर्यटन स्थल बनाया जा सकता है।
- मछली पालन: उच्च गुणवत्ता वाली मछली पालन को बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकते हैं।
- शुल्क व्यवस्था: तालाब में प्रवेश के लिए एक मामूली शुल्क लगाकर तालाब की सुरक्षा और रखरखाव सुनिश्चित किया जा सकता है।
- पार्किंग व्यवस्था: तालाब के आसपास पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराकर लोगों को आने-जाने में सुविधा प्रदान की जा सकती है।
- जागरूकता अभियान: लोगों को तालाब की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
एक नया अध्याय
यह तालाब मुजफ्फरपुर शहर के लिए एक नया अध्याय लिख सकता है। यह शहर के लोगों को एक स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण प्रदान कर सकता है। यह शहर के पर्यटन को बढ़ावा दे सकता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है।
आपका विचार क्या है?
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Tuesday, 21 April 2020
पुरातन जीवन पद्धति का स्मरण कराता - COVID-19 कोरोना वायरस
हमारे दादा-दादी के जमाने (2010 के पहले ) में हम जल्दी सोते थे और जल्दी ही उठा दिये जाते थे। उठने के बाद जल्दी ही नित्यकर्म से निपटने के लिए डाँट पड़ती थी। आश्चर्य इस बात का था कि हमने माँ को नहाकर स्नानागार से निकलते हुए कभी नहीं देखा। हाँ! बाथरूम तो उस जमाने में कम ही हुआ करते थे। सामान्यतः ग्रामीण क्षेत्रों में तो महिलाओं की मजबूरी भी थी कि वे जल्दी उठकर प्रकाश होने से पूर्व ही अपनी नैत्यिक क्रियाओं से निपट लें। प्रकाश हो जाने के बाद वे कहाँ और कैसे जातीं ?
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
Friday, 17 April 2020
मन क्या है और यह किस तरह कार्य करता है ?
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .
व्यवहार कुशलता क्या है ?
➽ सचमुच व्यवहार मनुष्य का वह अस्त्र है, जो पग-पग पर उसकी रक्षा करता है। मनुष्य की व्यवहार कुशलता ही दूसरे मनुष्य के हृदय पर कोई छाप छोड़ सकती है, जिसकी वजह से दूसरा व्यक्ति उसकी तरफ आकर्षित होता है। जिस प्रकार जब फुलवारी में गुलाब का फूल खिलता है, वह स्वयं कभी अपना बखान नहीं करता, बल्कि उसकी सुंदरता और उसकी महक उसका परिचय खुद-ब-खुद दे देती है। इसी प्रकार व्यवहार कुशल व्यक्ति की व्यवहार कुशलता ही उसका पूरा परिचय देती है। उसे अपने मुंह मियां मिठु बनने की जरूरत नहीं पड़ती। मुझको लगता है, इस महान ज्ञान के पथ पर बढ़ते हुए कोई व्यक्ति जब इस ज्ञान के व्यावहारिक पक्ष के प्रति जागरूक होता है, तब स्वत: ही उसके अंदर उस सुंदर ज्ञान की सुंदरता अपनी पूरी गुणवत्ता सहित प्रवाहित होने लगती है जो उसके हाव-भाव और आचार-विचार के माध्यम से परिलक्षित होने लगती है।
जब ज्ञान का सौंदर्य साधक के व्यावहारिक जीवन में उतरने लगता है, तो उसमें आया बदलाव, उसका प्रसन्न मुख-मंडल और उसकी यह व्यवहार कुशलता स्वत: ही उस अंदर ज्ञान का वास्तविक परिचय प्रदान कर देते हैं। उस व्यक्ति विशेष का यही परिचय दूसरों को भी प्रभावित कर सकता है।
इस संदर्भ में एक बात महत्वपूर्ण यह है कि इस व्यावहारिक पक्ष में साधक का दिन-प्रतिदिन उत्तरोत्तर उन्नति करना आवश्यक है। क्योंकि ज्ञान लेने से पूर्व यदि हमारे आचरण में परिवर्तन नहीं आता तो किस प्रकार पता चल सकता है कि ज्ञान की गुणवत्ता हमारे जीवन में उतर रही है या नहीं? यही ज्ञान हमारे हृदय में बदलाव लाकर हमें व्यावहारिक बना सकता है।
होता अक्सर यह है कि जब कभी हमने ईमानदारी से इस ज्ञान रूपी दर्पण में झांका है, तब सदा अपनी कमियों को ही हमने अपने जीवन में महसूस किया है। स्पष्टï है उन कमियों का आभास हममें इसीलिए उजागर होता है ताकि उनको दूर करने की हमारे द्वारा कोशिश की जा सके। जब उस तरफ हम थोड़ा सा भी प्रयास करते हैं तो हमें उस महान कृपा का अनुभव होता है, तब लगता है कि यह असंभव कार्य उनकी कृपा से संभव हो सकता है। धीरे-धीरे प्रयास करते हुए जब हम जीवनपथ पर अग्रसर होते हैं, तब स्वत: ही हमारे अंदर विलक्षण परिवर्तन होते नजर आते हैं, जो इस महान ज्ञान का प्रभाव है। जब यह ज्ञान व्यावहारिक रूप से प्रयोग में आता है, तब ज्ञान की खुशबू बिखेरने लगती है। इसी से लगता है कि ज्ञान व व्यावहारिक आचरण का घनिष्ठï संबंध है। सचमुच व्यवहार कुशलता ही वह गहना है जो हमारे जीवन को सुंदरतम बनाये रखता है।
आपके पास ज्ञान का अकूत भंडार हो सकता है, आप में आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा है, आप आत्मबल एवं संकल्प शक्ति से सराबोर हैं, लेकिन यदि आप में व्यवहार कुशलता नहीं है, तो आपकी राह में अड़चनों का अंबार लग जाएगा। ऐसे में आपकी अधिकांश ऊर्जा उन अड़चनों को दूर करने में ही व्यर्थ हो जाएगी। व्यवहार कुशलता द्वारा ही हम अपने साथ रहने वाले संगी-साथियों को अपने साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। कहा भी गया है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता। आपको जीवन में सफल होने के लिए अपने संगी-साथियों, भाई-बंधु, शुभचिंतकों, गुरुजनों आदि की कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में थोडी बहुत जरूरत पड़ती ही है।
व्यवहार कुशलता से आप अनजान व्यक्तियों को भी आत्मीय बनाकर अपने साथ चलने के लिए तैयार कर सकते हैं। इसके माध्यम से आप न केवल अकेली शक्ति को सामूहिक शक्ति में बदल सकते हैं, बल्कि अपनी सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हुए ऐसी बुलंदियों को भी फतह कर सकते हैं, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। नकारात्मक दृष्टिकोण से किए गए कार्य जहां हमारे लिए पतन का द्वार बनते हैं, वहीं व्यवहार कुशलता एवं सकारात्मक दृष्टिकोण हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं होते।
आज के परिवेश में जीवन लगातार जटिल होता जा रहा है। अनेक लोगों के बीच काम करते हुए भी व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करता है। इस दौर में मनुष्य काफी महत्वाकांक्षी हो गया है, जो आसानी से संतुष्ट नहीं होता है। इस तरह परिवर्तित होती परिस्थितियों में व्यक्तिगत कुशलता की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है।
व्यक्ति में न केवल भौतिक उपलब्धियों के लिए, बल्कि अपने जीवन के अन्य लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भी कार्य को सबसे बढ़िया, सुलभ एवं शीघ्रता के साथ करने के तरीकों का ज्ञान व अभ्यास का होना, व्यक्तित्व की कुशलता कहलाती है। आप समय तथा बुद्धि का प्रयोग इस प्रकार करें कि अपने जीवन के प्रत्येक महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनी परिपूर्णता एवं अद्वितीय गुणों के कारण प्रतिष्ठित रहें। व्यक्तिगत कुशलता का तात्पर्य चारित्रिक विकास से भी है। किसी भी व्यक्ति की चारित्रिक विशेषताएं उसकी सर्वोत्तम धन हैं, जो उसे श्रेष्ठ से श्रेष्ठ पद पर ले जाती है। चरित्र के बल पर ही व्यक्ति समाज में आदर व सम्मान पाता है। यह धन से भी शक्तिशाली तत्व है। व्यवहार कुशलता के कारण मानव अपने जीवन में विजय और सौभाग्य का अधिकारी बनता है। मेल-जोल और व्यवहार कुशलता ऐसे गुण हैं जो आपको समाज में लोकप्रिय बनाते हैं। फलस्वरूप आपकी प्रगति एवं सफलता की संभावनाओं में गुणात्मक वृद्धि हो जाती है। आपकी सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आपका व्यवहार दूसरों के प्रति कैसा है। जैसा व्यवहार आप अपने लिए चाहते हैं, दूसरों के साथ भी आप वैसा ही व्यवहार करें। हम दूसरों को सम्मान और सत्कार देकर ही अपने लिए आदर एवं सम्मान अर्जित कर सकते हैं।
हंसमुख एवं जिंदादिल व्यक्ति सभी के बीच लोकप्रिय होते हैं। अपने व्यवहार में विनम्रता को शामिल करके आप भी दूसरों के दिलों पर राज कर सकते हैं। अतः अपनी कमजोरियों एवं गुणों को पहचानिए और साथ ही अपने व्यक्तित्व के सकारात्मक पहलुओं को और मजबूत करने की कोशिश कीजिए। अपने मन में इस बात को बैठा लें कि जीवन में शारीरिक सौंदर्य ही सब कुछ नहीं है। स्वस्थ व सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर आप अपने जीवन में सफलता तथा लोकप्रियता, दोनों हासिल कर सकते हैं।
अगर आप भी जीवन में सफलता और लोकप्रियता अर्जित करना चाहते हैं, तो आपको अपने व्यक्तित्व में दूसरों के साथ अच्छे व्यवहार करने का गुण विकसित करना होगा। इस प्रकार आप व्यवहार कुशल बनकर जीवन में सफलता के सोपान चढ़ सकते हैं।
"मेरा जीवन यात्राओं से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता, ऐतिहासिक स्थलों की गूँज और प्राकृतिक स्थलों की शांति मुझे गहराई से प्रभावित करती है। इन यात्राओं के माध्यम से मैं न केवल विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं से परिचित होता हूँ बल्कि स्वयं को भी बेहतर ढंग से समझ पाता हूँ। यात्रा मेरे लिए एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन करता हूँ और व्यक्तिगत विकास के नए आयाम खोजता हूँ।श्री प्रवीण कुमार पाठक जीविका (BRLPS) में प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर औरंगाबाद, बिहार में कार्यरत हैं। ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान एक कर्मयोगी की भावना से प्रेरित है, जहाँ कार्य केवल नौकरी नहीं बल्कि समाज सेवा का सतत संकल्प है। वे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए सक्रिय रूप से लेखन कार्य करते हैं और कई प्रेरणादायक ब्लॉगों के लेखक हैं: 🌿 ghumantubaba.blogsport.com – यात्रा, अनुभव और जीवन दर्शन पर आधारित 📘 gayansesamadhan.blogsport.com – ज्ञान, समाधान और सामाजिक जागरूकता के लिए 🕉️ dharmdarshanofworld.blogsport.com – धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन पर केंद्रित ✨ successsstorywrittenbypkpathak.blogsport.com – प्रेरणादायक सफलता की कहानियों पर आधारित .



















