मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के बीचोबीच एक तालाब है सिकंदरपुर मन ,मुजफ्फरपुर में तालाब को मन बोला जाता है यह तालाब मुजफ्फरपुर का सबसे बड़ा तालाब है लगभग 1200 मीटर में लंबवत है यह शहर के बीचोबीच है अभी तालाब की हालत अच्छी नहीं है तालाब का पानी प्रदूषित है लॉक डाउन होने के कारण अभी गंदीकी और कपड़े धोने के मामले कम होने के कारण कुछ हद तक पानी का प्रदूषण सही हुआ है इस तालाब से होकर अक्सर शहर मैं गुजरता हूं तो मेरा मन सोचता है इस स्मार्ट सिटी के बीचोबीच इतना बड़ा संसाधन प्राकृतिक द्वारा दिया गया है इसका सम्मान इसके इर्द-गिर्द बसे लोगों द्वारा नहीं किया जा रहा है इसके इर्द-गिर्द जोरन छपरा और स्टेडियम है यह तालाब बहुत ही पुराना है अभी इस तालाब में मत्स्य जीवी संगठन द्वारा मछली पालन किया जाता है मगर जब मैं इस तालाब से होकर गुजरता हूं तो मेरे मन में यह विचार आता है कि काश राज सरकार जिला प्रशासन या नगर निगम इत्यादि द्वारा इस तालाब का सौंदर्यीकरण करा कर एवं जल जीवन हरियाली मिशन के तहत वृक्षारोपण एवं तालाब की सफाई करा कर इसके चारों और पैदल पथ का निर्माण कराकर एवं रेस्टोरेंट खोल कर इस स्थल को बेहतर बनाया जा सकता है अक्सर यह देखता हूं कि मुजफ्फरपुर में यहां के निवासियों को सुबह या शाम में एक्सरसाइज या योगासन या मॉर्निंग वॉक करने के लिए जाना पड़ता है तो अक्सर लंगत सिंह कॉलेज एमआईटी कॉलेज इत्यादि स्थलों पर जाकर के अपना एक्सरसाइज या योगासन करते हैं अगर इस तालाब को एक बेहतर एवं सुनियोजित तरीके से विकास किया जाए तो यह तालाब शहर के सुंदरता में चार चांद लगा सकता है तथा मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी बनने में यह काफी मददगार साबित हो सकता है इस तालाब को पीपीपी मॉडल पर डेवलप करना ज्यादा बेहतर होगा एवं तालाब को इस तरीके से Devlop किया जाए जिससे कि यह तालाब मुजफ्फरपुर शहर का एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सके इसके लिए तालाब में नौकायान और तैराकी का भी ध्यान रखना होगा साथ-साथ अच्छी क्वालिटी के मछली पालन के लिए भी कार्य किया जा सकता है जिससे कि मछली पालन से जुड़े संस्थाओं या व्यक्तियों को इससे रोजगार प्राप्त हो सके एवं लोगों को खाने के लिए अच्छी क्वालिटी का मछली मिल सके इस तालाब में इसके आसपास रहे लोगों ने काफी गंदा कर रखा है उन्हें इस तालाब की दूषित होने से बचाने के लिए पहल करना होगा इस तालाब को विकसित कर इस तालाब मे प्रवेश के लिए कुछ शुल्क भी रखा जाना चाहिए जिससे कि इससे लोगों का जुड़ाव हो सके और फालतू लोगों का जमावड़ा ना हो सके क्योंकि कोई अच्छी चीज किसी को मुफ्त में मिलती है तो उस चीज को वह सम्मान नहीं दे पाता है जब किसी वस्तु के लिए कुछ शुल्क दिया जाता है तो व्यक्ति द्वारा उस वस्तु का सम्मान दिया जाना देखा गया है यह एक मनोवैज्ञानिक बात है साथ ही साथ इर्द गिर्द पार्किंग की भी व्यवस्था होना चाहिए इससे के लोगों को साइकिल ,मोटरसाइकिल एवं फोर व्हीलर गाड़ियां को लगाने में सहूलियत हो एवं इसके लिए भी शुल्क होना चाहिए साथ ही साथ जो इस तालाब में गंदेकी करें उसे उस कार्य के लिए की पहले दंडनीय प्रावधान भी किया जाना चाहिए जिससे कि इस तालाब में गंदगी फैलाने वाले मानसिक रूप से प्रदूषित लोगों को प्रदूषण करने से पहले सोचना पड़ेगा।यह मेरा इस तालाब को देखते हुए अपना निजी विचार है यदि इस तालाब के बारे में जो इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं .या इस तालाब के बारे में जान रहे हैं तो वे अपना विचार भी कॉमेंट्स के रूप में दे सकते है |
सिकंदरपुर मन मुजफ्फरपुर Photos / Video
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