Wednesday 28 August 2024

गाँव के बियाह: बदलते जमाने में खोती हुई परंपराएँ...

    एक समय था जब गाँव के बियाह एक बड़े समारोह की तरह मनाए जाते थे। ये सिर्फ दो परिवारों का मिलन ही नहीं, बल्कि पूरे गाँव का उत्सव होता था। आज के दौर के भव्य शादियों और कैटरिंग सेवाओं से बहुत अलग, ये शादियाँ सादगी और पारंपरिक रीति-रिवाजों से भरी होती थीं।

समाजिकता और सहयोग का उत्सव

गाँव के लोग मिल-जुलकर शादी की तैयारियाँ करते थे। हर घर से चारपाई, बर्तन, और खाना बनाने के सामान आता था। गाँव की महिलाएँ मिलकर खाना बनातीं, दुलहन को तैयार करतीं, और शादी के गीत गातीं। डीजे या बैंड की जगह, गाँव के लोग ही गीत गाकर माहौल को खुशनुमा बनाते थे। गाँव के बड़े लोग भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे।

सम्मान और आदर की भावना

गाँव में शादी में खाना परोसने से पहले गाँव के लोग खुद नहीं खाते थे। यह एक तरह से बारातियों का सम्मान करना होता था। महिलाएँ गीत गाती हुई अपना काम करती रहतीं। इस तरह, शादी में सामाजिकता के साथ-साथ सम्मान और आदर की भावना भी दिखाई देती थी।

परंपराओं का पालन

गाँव के बियाह में कई तरह की परंपराएँ निभाई जाती थीं। दूल्हे को युवराज की तरह सजाया जाता था। नाऊ हमेशा उसके आसपास रहता और उसे सजता रहता। पंडित जी की महाभारत रात भर चलती। कोहबर की रस्म भी होती थी, जिसमें दूल्हा और दुल्हन को कुछ समय के लिए अकेले में बात करने का मौका मिलता था। खिचड़ी की रस्म में दूल्हे को खिचड़ी खाने से मनाया जाता था। अचर धरउवा की रस्म में दूल्हे का वधू पक्ष की महिलाओं से परिचय करवाया जाता था।

बदलते जमाने का असर

आज के समय में गाँव के बियाहों का रूप बदल गया है। टेंट हाउस, कैटरिंग, और डीजे ने पारंपरिक तरीकों को पीछे छोड़ दिया है। सामाजिकता और सहयोग की भावना कम हो गई है। हालांकि, कुछ गाँवों में आज भी पारंपरिक तरीकों से शादियाँ होती हैं।

निष्कर्ष

गाँव के बियाह हमारे समाज की संस्कृति और परंपराओं का एक अहम हिस्सा हैं। ये शादियाँ हमें हमारे अतीत से जोड़ती हैं और हमें सामाजिकता, सहयोग, और सम्मान जैसे मूल्यों की याद दिलाती हैं।

यह लेख गाँव के बियाहों से जुड़े विभिन्न पहलुओं को सरल भाषा में समझाता है। इसमें पारंपरिक रीति-रिवाजों, सामाजिकता, और बदलते जमाने के असर को शामिल किया गया है।



बाप-बेटी का प्यार: समुद्र से भी गहरा...

 एक बेटी के लिए, उसका पिता ही उसकी दुनिया होता है।

आपने अक्सर देखा होगा कि एक बेटी जब अपने पिता के घर आती है, तो वह कितनी बेफिक्र और निर्भीक होती है। वह अपनी मर्जी से सब कुछ करती है, ज़िद करती है और किसी की एक न सुने। यह सब इसलिए क्योंकि उसे पता होता है कि उसका पिता हमेशा उसके साथ है।

लेकिन जब पिता नहीं रहते, तो बेटी का पूरा संसार ही बदल जाता है।

उस दिन उसकी हिम्मत भी मर जाती है। वह रोती-बिलखती है, क्योंकि उसे लगता है कि अब उसका कोई नहीं है जो उसकी रक्षा करे। वह अपने भाई-भाभी के घर अब पहले जैसी नहीं रह पाती। वह उनके सामने अपनी बात रखने से कतराती है।

क्योंकि वह जानती है कि अब उसके पास वह ताकत नहीं रही जो उसके पिता के रहते थी।

यह सच है कि एक बेटी के लिए उसका पिता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत होता है। लेकिन अक्सर वह इस बात को ज़ाहिर नहीं करती। वह अपने पिता के प्यार को महसूस करती है, लेकिन उसे शब्दों में बयान नहीं कर पाती।

इसी तरह, एक पिता भी अपनी बेटी से बहुत प्यार करता है।

वह अपनी बेटी की हर खुशी चाहता है, लेकिन वह अपनी भावनाओं को छुपा लेता है। वह अपनी बेटी के लिए दुनिया जीत सकता है, लेकिन वह कभी इस बात को खुलकर नहीं कहता।

बाप-बेटी का रिश्ता दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक है।

यह एक ऐसा रिश्ता है जो शब्दों से परे है। यह एक ऐसा रिश्ता है जो जीवन भर चलता रहता है।

इसलिए, अगर आपके पास एक पिता है, तो आप कितने भाग्यशाली हैं!

उनके प्यार को हमेशा याद रखें और उनकी कद्र करें।

और अगर आप एक पिता हैं, तो अपनी बेटी से खुलकर प्यार करें।

उसे बताएं कि आप उससे कितना प्यार करते हैं।

बाप-बेटी का प्यार समुद्र से भी गहरा होता है।



Tuesday 27 August 2024

छवि का विश्लेषण...


यह छवि दो लोगों को दर्शाती है जिनके सिर पर रूबिक्स क्यूब जैसी आकृतियाँ हैं। एक व्यक्ति पहाड़ की चोटी पर ध्यान लगा रहा है, जबकि दूसरा पहाड़ चढ़ने के लिए संघर्ष कर रहा है।

**छवि का संदेश:**

यह छवि कई तरह से व्याख्या की जा सकती है:

* **जीवन की चुनौतियाँ:** पहाड़ चढ़ना जीवन की चुनौतियों का प्रतीक हो सकता है। एक व्यक्ति ध्यान के माध्यम से शांति और स्थिरता प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है, जबकि दूसरा सक्रिय रूप से चुनौतियों का सामना कर रहा है।
* **मन की स्थिति:** रूबिक्स क्यूब हमारे दिमाग की जटिलता और समस्याओं को दर्शा सकता है। एक व्यक्ति शांत और केंद्रित है, जबकि दूसरा उलझन में है।
* **दृष्टिकोण:** दोनों व्यक्ति एक ही समस्या (रूबिक्स क्यूब) का सामना कर रहे हैं, लेकिन वे अलग-अलग दृष्टिकोण अपना रहे हैं। एक व्यक्ति आंतरिक शांति खोज रहा है, जबकि दूसरा बाहरी समाधान खोज रहा है।

**अर्थ:**

यह छवि हमें सिखाती है कि जीवन की चुनौतियों का सामना करने के कई तरीके हैं। हम शांत रह सकते हैं और आंतरिक शक्ति खोज सकते हैं, या हम सक्रिय रूप से समाधान खोज सकते हैं।

मधुराष्टकम् बहुत सुंदर स्तुति है!!



अधरं मधुरं वदनं मधुरं,
नयनं मधुरं हसितं मधुरम्।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।1।।
 
हे कृष्ण! आपके होंठ मधुर हैं, आपका मुख मधुर है, आपकी आंखें मधुर हैं, आपकी मुस्कान मधुर है, आपका हृदय मधुर है, आपकी चाल मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।1।।
 
वचनं मधुरं चरितं मधुरं,
वसनं मधुरं वलितं मधुरम्।
चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।2।।
 
आपका बोलना मधुर है, आपके चरित्र मधुर हैं, आपके वस्त्र मधुर हैं, आपका तिरछा खड़ा होना मधुर है, आपका चलना मधुर है, आपका घूमना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।2।।
 
वेणुर्मधुरो रेणुर्मधुर:,
पाणिर्मधुर: पादौ मधुरौ।
नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।3।।
 
आपकी बांसुरी मधुर है, आपके लगाए हुए पुष्प मधुर हैं, आपके हाथ मधुर हैं, आपके चरण मधुर हैं, आपका नृत्य मधुर है, आपकी मित्रता मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है। ।।3।।
 
गीतं मधुरं पीतं मधुरं,
भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरम्।
रूपं मधुरं तिलकं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।4।।
 
आपके गीत मधुर हैं, आपका पीना मधुर है, आपका खाना मधुर है, आपका सोना मधुर है, आपका रूप मधुर है, आपका टीका मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।4।।
 
करणं मधुरं तरणं मधुरं,
हरणं मधुरं रमणं मधुरम्।
वमितं मधुरं शमितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।5।।
 
आपके कार्य मधुर हैं, आपका तैरना मधुर है, आपका चोरी करना मधुर है, आपका प्यार करना मधुर है, आपके शब्द मधुर हैं, आपका शांत रहना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।5।।
 
गुंजा मधुरा माला मधुरा,
यमुना मधुरा वीची मधुरा।
सलिलं मधुरं कमलं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।6।।
 
आपकी घुंघची मधुर है, आपकी माला मधुर है, आपकी यमुना मधुर है, उसकी लहरें मधुर हैं, उसका पानी मधुर है, उसके कमल मधुर हैं, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है।।6।।
 
गोपी मधुरा लीला मधुरा,
युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरम्।
दृष्टं मधुरं शिष्टं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।7।।
 
आपकी गोपियां मधुर हैं, आपकी लीला मधुर है, आप उनके साथ मधुर हैं, आप उनके बिना मधुर हैं, आपका देखना मधुर है, आपकी शिष्टता मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।7।।
 
गोपा मधुरा गावो मधुरा,
यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा।
दलितं मधुरं फलितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।8।।
 
आपके गोप मधुर हैं, आपकी गायें मधुर हैं, आपकी छड़ी मधुर है, आपकी सृष्टि मधुर है, आपका विनाश करना मधुर है, आपका वर देना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।8।।
जय श्री सर्वेशश्वर!! 
जय श्री राधेगोविन्द!!
जय श्री राधेगोपाल!!
जय श्री राधेमुरारी!!
जय श्री राधेबांकेबिहारी!!

मधुराष्टकम् बहुत सुंदर स्तुति है!!

अधरं मधुरं वदनं मधुरं,
नयनं मधुरं हसितं मधुरम्।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।1।।
 
हे कृष्ण! आपके होंठ मधुर हैं, आपका मुख मधुर है, आपकी आंखें मधुर हैं, आपकी मुस्कान मधुर है, आपका हृदय मधुर है, आपकी चाल मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।1।।
 
वचनं मधुरं चरितं मधुरं,
वसनं मधुरं वलितं मधुरम्।
चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।2।।
 
आपका बोलना मधुर है, आपके चरित्र मधुर हैं, आपके वस्त्र मधुर हैं, आपका तिरछा खड़ा होना मधुर है, आपका चलना मधुर है, आपका घूमना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।2।।
 
वेणुर्मधुरो रेणुर्मधुर:,
पाणिर्मधुर: पादौ मधुरौ।
नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।3।।
 
आपकी बांसुरी मधुर है, आपके लगाए हुए पुष्प मधुर हैं, आपके हाथ मधुर हैं, आपके चरण मधुर हैं, आपका नृत्य मधुर है, आपकी मित्रता मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है। ।।3।।
 
गीतं मधुरं पीतं मधुरं,
भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरम्।
रूपं मधुरं तिलकं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।4।।
 
आपके गीत मधुर हैं, आपका पीना मधुर है, आपका खाना मधुर है, आपका सोना मधुर है, आपका रूप मधुर है, आपका टीका मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।4।।
 
करणं मधुरं तरणं मधुरं,
हरणं मधुरं रमणं मधुरम्।
वमितं मधुरं शमितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।5।।
 
आपके कार्य मधुर हैं, आपका तैरना मधुर है, आपका चोरी करना मधुर है, आपका प्यार करना मधुर है, आपके शब्द मधुर हैं, आपका शांत रहना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।5।।
 
गुंजा मधुरा माला मधुरा,
यमुना मधुरा वीची मधुरा।
सलिलं मधुरं कमलं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।6।।
 
आपकी घुंघची मधुर है, आपकी माला मधुर है, आपकी यमुना मधुर है, उसकी लहरें मधुर हैं, उसका पानी मधुर है, उसके कमल मधुर हैं, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है।।6।।
 
गोपी मधुरा लीला मधुरा,
युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरम्।
दृष्टं मधुरं शिष्टं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।7।।
 
आपकी गोपियां मधुर हैं, आपकी लीला मधुर है, आप उनके साथ मधुर हैं, आप उनके बिना मधुर हैं, आपका देखना मधुर है, आपकी शिष्टता मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।7।।
 
गोपा मधुरा गावो मधुरा,
यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा।
दलितं मधुरं फलितं मधुरं,
मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।8।।
 
आपके गोप मधुर हैं, आपकी गायें मधुर हैं, आपकी छड़ी मधुर है, आपकी सृष्टि मधुर है, आपका विनाश करना मधुर है, आपका वर देना मधुर है, मधुरता के ईश हे श्रीकृष्ण! आपका सब कुछ मधुर है ।।8।।
जय श्री सर्वेशश्वर!! 
जय श्री राधेगोविन्द!!
जय श्री राधेगोपाल!!
जय श्री राधेमुरारी!!
जय श्री राधेबांकेबिहारी!!

कार्य योजना चार्ट


यह चित्र एक तरह की योजना या चार्ट है जो किसी काम को पूरा करने के अलग-अलग चरणों को दिखाता है। यह बताता है कि कैसे एक काम शुरू होता है, बीच में क्या-क्या होता है और अंत में क्या परिणाम मिलते हैं।

**यहां हर कॉलम का मतलब है:**

* **विज़न:** काम के बारे में एक स्पष्ट सोच या विचार।
* **रणनीति:** काम को पूरा करने का तरीका या योजना।
* **अलाइनमेंट:** सभी लोगों का एक ही लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना।
* **कौशल/क्षमताएं:** काम करने के लिए जरूरी ज्ञान और हुनर।
* **प्रोत्साहन:** लोगों को काम करने के लिए प्रेरित करना।
* **संसाधन:** काम करने के लिए जरूरी चीजें जैसे पैसे, सामग्री, आदि।
* **कार्य योजना:** काम को कैसे किया जाएगा, इसका विस्तृत विवरण।
* **निष्पादन:** काम को वास्तव में करना।
* **परिणाम:** काम करने के बाद जो कुछ भी मिलता है।

**हर पंक्ति का मतलब है:**

हर पंक्ति में अलग-अलग परिणाम बताए गए हैं जो काम करने के बाद मिल सकते हैं, जैसे सफलता, असफलता, भ्रम, आदि।

इस छवि का विश्लेषण


**छवि में क्या दिख रहा है:**

यह छवि एक व्यक्ति को दर्शाती है जो एक स्मार्टफोन द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। स्मार्टफोन व्यक्ति की पीठ पर सवार है और एक चाबुक के साथ उसे नियंत्रित कर रहा है। व्यक्ति का मुंह एक डोरी से बंधा हुआ है जो स्मार्टफोन से जुड़ी हुई है।

**छवि का संदेश:**

यह छवि आधुनिक जीवन में स्मार्टफोन के हमारे जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का एक व्यंग्यात्मक चित्रण है। यह दर्शाता है कि कैसे हम स्मार्टफोन पर इतना निर्भर हो गए हैं कि वे हमारे जीवन को नियंत्रित करने लगे हैं।

**मुख्य बिंदु:**

* स्मार्टफोन का हमारे जीवन पर अधिकार
* स्मार्टफोन पर निर्भरता
* डिजिटल दासता

**यह छवि हमें सोचने पर मजबूर करती है कि:**

* क्या हम स्मार्टफोन के गुलाम बन गए हैं?
* क्या हमें अपने जीवन में संतुलन बनाने की जरूरत है?
* क्या हमें स्मार्टफोन के उपयोग पर नियंत्रण रखना चाहिए?

**निष्कर्ष:**

यह छवि हमें याद दिलाती है कि प्रौद्योगिकी हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक उपकरण है, लेकिन हमें इसे अपने जीवन पर नियंत्रण करने नहीं देना चाहिए।

*रणनीतिक योजना फ्रेमवर्क- VMOSA का विस्तृत विश्लेषण*



दिए गए चित्र में रणनीतिक योजना फ्रेमवर्क- VMOSA को दर्शाया गया है। यह एक ऐसा ढांचा है जो किसी भी संगठन को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। यह एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करता है जिसके माध्यम से संगठन अपनी रणनीतियों को विकसित कर सकता है और उन्हें लागू कर सकता है। VMOSA का मतलब है Vision, Mission, Objectives, Strategies और Actions।

विज़न/दृष्टि:

विज़न किसी संगठन का भविष्य का एक चित्र है। यह दर्शाता है कि संगठन भविष्य में कहां पहुंचना चाहता है। विज़न संगठन के सभी सदस्यों को एक ही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है।

मिशन:

मिशन वह कारण है जिसके लिए संगठन अस्तित्व में है। यह बताता है कि संगठन समाज के लिए क्या मूल्यवान योगदान देना चाहता है। मिशन विज़न को प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।

उद्देश्य/लक्ष्य:

उद्देश्य या लक्ष्य विशिष्ट, मापनीय, प्राप्त करने योग्य, प्रासंगिक और समयबद्ध होते हैं। ये वे परिणाम हैं जिन्हें संगठन प्राप्त करना चाहता है।

रणनीतियां:

रणनीतियां वे तरीके हैं जिनके माध्यम से संगठन अपने उद्देश्यों को प्राप्त करता है। रणनीतियां संगठन के संसाधनों, क्षमताओं और पर्यावरण के आधार पर विकसित की जाती हैं।

कार्य:

कार्य वे विशिष्ट गतिविधियां हैं जिन्हें रणनीतियों को लागू करने के लिए किया जाता है। कार्य समयबद्ध और जिम्मेदारी आधारित होते हैं।

VMOSA मॉडल का महत्व:

VMOSA मॉडल संगठन के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। यह:

स्पष्टता प्रदान करता है: VMOSA मॉडल संगठन के सभी सदस्यों को एक स्पष्ट दृष्टि प्रदान करता है कि वे कहां जा रहे हैं और क्यों।
संगठन को एकजुट करता है: VMOSA मॉडल संगठन के सभी सदस्यों को एक ही लक्ष्य की ओर काम करने के लिए प्रेरित करता है।
लचीलापन प्रदान करता है: VMOSA मॉडल बदलते हुए पर्यावरण में भी संगठन को अनुकूल होने में मदद करता है।
प्रभावी निर्णय लेने में मदद करता है: VMOSA मॉडल संगठन को प्रभावी निर्णय लेने में मदद करता है।
प्रगति को मापने में मदद करता है: VMOSA मॉडल संगठन को अपनी प्रगति को मापने और आवश्यक सुधार करने में मदद करता है।
चित्र का विश्लेषण:

दिए गए चित्र में VMOSA मॉडल को व्यापार विकास योजना के संदर्भ में दर्शाया गया है। चित्र में निम्नलिखित तत्वों को दिखाया गया है:

विज़न/दृष्टि: परिवर्तन के आयाम
मिशन: स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया है
उद्देश्य/लक्ष्य: उत्पाद/सेवाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा, हकदारी, आजीविका, राजस्व
रणनीतियां: मुख्य रणनीति एवं प्रमुख कार्य गतिविधि
कार्य: वार्षिक कार्य योजना, व्यवसाय प्रक्षेपण और योजना, निवेश, वित्तीय सेवाएं, तकनीकी सहायता, वित्तीय समावेशन, दृष्टि निर्माण
चित्र में यह भी दिखाया गया है कि कैसे विभिन्न उद्देश्य विभिन्न रणनीतियों और कार्यों से जुड़े हुए हैं। उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए निवेश और वित्तीय सेवाएं जैसी रणनीतियों का उपयोग किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

VMOSA मॉडल एक शक्तिशाली उपकरण है जो किसी भी संगठन को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है। यह एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करता है जिसके माध्यम से संगठन अपनी रणनीतियों को विकसित कर सकता है और उन्हें लागू कर सकता है। दिए गए चित्र में VMOSA मॉडल को व्यापार विकास योजना के संदर्भ में दर्शाया गया है। यह चित्र दर्शाता है कि कैसे VMOSA मॉडल का उपयोग किसी भी प्रकार की योजना बनाने के लिए किया जा सकता है।