यदी आप समाज में बदलाव चाहते है तो इसकी शुरूआत आप को अपने परिवार से और अपने आप से ईमानदारी पूर्वक करना होगा।
Thursday, 5 June 2025
*राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihoods Mission - NRLM) में क्षेत्रीय समन्वयक एवं सामुदायिक समन्वयक के कार्य एवं दायित्व:*

Monday, 2 June 2025
JEEViKA/NRLM में Training Officer का कार्य ...
JEEViKA (Bihar Rural Livelihoods Promotion Society - BRLPS) एवं NRLM (National Rural Livelihoods Mission) के अंतर्गत Training Officer की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और बहुआयामी होती है। Training Officer जमीनी स्तर पर सामुदायिक संस्थाओं (SHG, VO, CLF) की क्षमता वर्धन में एक मुख्य स्तंभ के रूप में कार्य करता है।
यहाँ Training Officer के प्रमुख कार्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है:
🔹 1. प्रशिक्षण योजना का निर्माण और क्रियान्वयन (Training Planning and Execution):
-
वार्षिक और त्रैमासिक प्रशिक्षण योजनाओं का निर्माण।
-
SHG, VO, CLF, CBO सदस्यों, कैडर (MBK, CRP, Livelihood Cadre, VO Book Keeper, etc.) के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करना।
-
प्रशिक्षण के लिए सामग्री, पुस्तिकाएँ, फ्लिप चार्ट आदि तैयार करना या उपलब्ध कराना।
-
प्रत्येक स्तर पर आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना – पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य।
🔹 2. क्षमता वर्धन (Capacity Building):
-
CBO (SHG, VO, CLF) के कार्यकारिणी सदस्य, OB सदस्य, Book Keeper, Community Mobilizer, MBK आदि की क्षमताओं को बढ़ाना।
-
पंचसूत्र (बैठक, बचत, अंतर्वित्त, ऋण वापसी, बहीखाता लेखा) पर प्रशिक्षण देना।
-
योजना, लेखा, पोषण, सामाजिक विकास, आजीविका, वित्तीय साक्षरता आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण देना।
🔹 3. मॉनिटरिंग और फॉलोअप (Monitoring and Follow-up):
-
प्रशिक्षण उपरांत फॉलोअप विज़िट करना और सीखने के प्रभाव का आकलन करना।
-
प्रशिक्षित व्यक्तियों के व्यवहार में आए परिवर्तन को रिकॉर्ड करना।
-
MIS या पोर्टल पर प्रशिक्षण से संबंधित विवरण अपलोड कराना या उसकी निगरानी करना।
🔹 4. रिपोर्टिंग और दस्तावेजीकरण (Reporting & Documentation):
-
प्रत्येक प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट तैयार करना – फोटो, प्रतिभागी सूची, गतिविधि रिपोर्ट आदि के साथ।
-
प्रशिक्षण की उपस्थिति पंजी, मूल्यांकन फॉर्म और फीडबैक एकत्र करना।
-
प्रशिक्षण प्रभाव का आकलन रिपोर्ट के रूप में बनाना।
🔹 5. कैडर डेवलपमेंट और मॉनिटरिंग (Cadre Development & Support):
-
MBK, CRP, PRP, VO Book Keeper आदि कैडरों की पहचान, चयन, प्रशिक्षण और समर्थन।
-
कैडर की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और कार्यों की नियमित समीक्षा करना।
-
नव कैडरों को ऑन-फील्ड में प्रशिक्षित करना।
🔹 6. समन्वय और सहयोग (Coordination & Liaison):
-
बीपीएम, एसी, सीसी, CF, DPMU, SPMU स्तर के अधिकारियों से समन्वय बनाना।
-
प्रशिक्षण स्थल, संसाधन व्यक्ति, सामग्री आदि की व्यवस्था हेतु अन्य विभागों या संस्थानों से समन्वय।
-
ब्लॉक, जिला एवं राज्य स्तर की समीक्षा बैठकों में भाग लेना और अपडेट देना।
🔹 7. नवाचार और सुधार (Innovation & Improvement):
-
समुदाय की ज़रूरत के अनुसार प्रशिक्षण में नवाचार करना।
-
डिजिटल माध्यम (MPLearning, Zoom, WhatsApp, YouTube आदि) के माध्यम से ई-लर्निंग को बढ़ावा देना।
-
बेहतर प्रशिक्षण प्रभाव के लिए केस स्टडी, भूमिका-निवेदन, समूह कार्य आदि विधियों का प्रयोग करना।
🔹 8. सामाजिक और लैंगिक मुद्दों पर प्रशिक्षण (Training on Social & Gender Issues):
-
महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता, घरेलू हिंसा, साइबर अपराध, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे विषयों पर समुदाय को संवेदनशील बनाना।
-
किशोरी समूह, परिवार और पुरुष सदस्य के साथ संवाद करना।
🔹 9. तकनीकी प्रशिक्षण का समन्वय (Linkages with Technical Trainings):
-
आजीविका से जुड़े कौशल विकास (जैसे – मशरूम उत्पादन, सिलाई-कढ़ाई, पशुपालन, सब्जी उत्पादन) में विशेषज्ञ संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण सुनिश्चित करना।
-
SHG सदस्यों को PMFME, NRLM, RSETI, या DDU-GKY के तहत कौशल प्रशिक्षण से जोड़ना।
🔹 10. विशेष अभियानों में भागीदारी (Participation in Campaigns):
-
जीवन कौशल, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, जल संरक्षण, स्वच्छता, पर्यावरणीय अभियान, कोविड जागरूकता आदि विशेष अभियानों के प्रशिक्षण में भागीदारी।
निष्कर्ष:
Training Officer का कार्य केवल प्रशिक्षण देना नहीं है, बल्कि समुदाय के सतत विकास हेतु उन्हें सक्षम बनाना है। वह एक "गाइड + मॉनिटर + मोटिवेटर" की भूमिका निभाता है। उसकी कार्यशैली, योजना, और निष्पादन समुदाय के भीतर बदलाव की दिशा तय करती है।
